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डायबिटीज (मधुमेह) के रोगी अपनाएं ये आहार, डायट चार्ट का करें पालन

डायबिटीज यानि मधुमेह चयापचय संबंधी बीमारी है, जिसमें लंबे समय तक रक्त में शर्करा का स्तर ज्यादा रहता है। रक्त में शर्करा का स्तर उच्च रहने के कारण बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना और भूख में वृद्धि होना आदि होता है। यदि इसका उपचार न किया जाए तो डायबिटीज कई परेशानियों का कारण बन सकता है। डायबिटीज के कारण व्यक्ति का अग्नाशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता या शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन को ठीक प्रकार से प्रतिक्रिया नहीं देती हैं। ग्लूकोस को अन्य कोशिकाओं तक पहुंचाने का काम इंसुलिन का होता है और डायबिटीज के रोगी के शरीर में इंसुलिन या तो बनना बंद हो जाता है या कम हो जाता है। जिस कारण शरीर में चीनी अथवा ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है। आज के समय में तो डायबिटीज होना बहुत ही आम बात है।

डायबिटीज के रोगियों के लिए आहार चार्ट-

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हमें सबसे पहले अपने आहार और दैनिक जीवन शैली में बदलाव लाना जरूरी है। नहीं तो शुगर को कंट्रोल में लाना बहुत मुश्किल हो जाता है। डायबिटीज के रोगी के भोजन में 60% कार्बोहाइड्रेट 20% वसा व 20% प्रोटीन होना चाहिए।

• सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में आधा चम्मच मेथी पाउडर डालकर पियें या फिर रात में जौ को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इस पानी को छानकर पी लें।

• 1 घंटे बाद आप शुगर फ्री चाय और हल्के मीठा वाला दो-तीन बिस्किट ले सकते हैं।

• नाश्ते में आप एक कटोरी अंकुरित अनाज और बिना मलाई वाला दूध ले सकते हैं या एक से दो कटोरी दलिया और ब्राउन ब्रेड भी ले सकते हैं या फिर बिना तेल वाले दो पराठे और साथ में एक कप दही खा सकते हैं।

• दोपहर में खाना खाने से पहले एक अमरूद, सेब, संतरा या फिर पपीता खाएं।

• और, खाने में दो रोटी, एक छोटी कटोरी चावल, एक कटोरी दाल, एक कटोरी सब्जी, एक कटोरी दही तथा एक प्लेट सलाद खाएं।

• शाम के नाश्ते में आप बिना चीनी के ग्रीन टी और हल्के मीठे वाले बिस्किट या Backed Snacks भी ले सकते हैं।

• रात के भोजन में आप एक कटोरी सब्जी और दो रोटी लें।

• रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर डालकर पियें।

डायबिटीज के रोगी इन फलों का करें सेवन…

• डायबिटीज के रोगी को रोजाना एक या आधा सेब खाना चाहिए। सेब में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है तथा पाचन क्रिया को अच्छा बनाता है।

• अमरुद भी डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसमें विटामिन ए विटामिन सी तथा अच्छी मात्रा में डाइटरी फाइबर होता है इसमें शर्करा बहुत ही कम मात्रा में होती है।

• डायबिटीज के रोगियों के सेवन के लिए नाशपाती भी बहुत ही अच्छा फल है। नाशपाती में विटामिन और डाइटरी फाइबर होता है।

• जामुन का फल भी डायबिटीज के रोगी के लिए बहुत ही अच्छा है। यह ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है।

• आडू के फल में भी जरूरी पोषक तत्व होते हैं और इसमें बहुत ही कम मात्रा में शर्करा होती है। इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए डायबिटीज के रोगी को इसका सेवन करना चाहिए।

डायबिटीज़ होने पर इन फलों का करें परहेज…

• कुछ फलों में शर्करा की उच्च मात्रा होने के कारण इन फलों को डायबिटीज के रोगियों को नहीं खाना चाहिए। जैसे- अंगूर, चेरी, अनानास, केला, सूखे मेवे और मीठे फलों का जूस भी नहीं लेना चाहिए।
• अंगूर में भी लगभग एक ग्राम कार्बोहाइड्रेड होता है। इसलिए डायबिटीज के रोगी को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

•अंगूर की ही तरह एक चेरी में एक ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है अत: इसको ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए।

• पके हुए अनानास में शर्करा का उच्च स्तर होता है। इसलिए यह फल डायबिटीज के रोगी को नहीं खाना चाहिए।

• एक पके हुए आम में लगभग 25-30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। यह रक्त में शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। आम के सेवन से भी बचना चाहिए।

• केले में भी कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है। डायबिटीज के रोगी एक केला पूरा न खाकर एक बार में आधे केले का सेवन करें।

• सूखे मेवों का भी अधिक सेवन न करें। खासकर किशमिश या बाजार में उपलब्ध शुगर या चॉकलेट युक्त सूखे मेवों का बिल्कुल सेवन नहीं करना चाहिए।

• मीठे फलों के जूस का सेवन भी नहीं करना चाहिए। जब तक शरीर में हाइपरग्लाइसीमिया की स्थिति न हो डायबिटीज के रोगी को जूस नहीं लेना चाहिए। जूस की जगह फल का सेवन करें।

कैसा हो डायबिटीज़ रोगी का आहार…

• मधुमेह रोगी का आहार ज्यादा फाइबर युक्त होना चाहिए। जैसे- छिलके सहित पूरी तरह से बनी हुई गेहूँ की रोटी, जई (oats) आदि जैसे जटिल कार्बोहाइड्रेट शामिल होने चाहिए, क्योंकि वे खून के प्रवाह में धीरे-धीरे मिल जाते है।

• गेहूँ और जौ 2-2 किलो की मात्रा में लेकर एक किलो चने के साथ पीस लें। रोटी बनाने के लिए इस चोकर सहित आटे का प्रयोग करना अच्छा रहता है।

• सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन, पालक, तुरई, शलगम, बैंगन, टिंडा, चौलाई, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, बोकली, टमाटर, बंदगोभी, सोयाबीन की बड़ी, काला चना, बीन्स, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियाँ आहार में शामिल करें।

• कमजोरी दूर करने के लिए कच्चा नारियल, अखरोट, मूंगफली के दाने, काजू, इसबगोल, सोयाबीन, दही और छाछ आदि का सेवन करें।

• ग्रीन टी का सेवन डायबिटीज के रोगी के लिए बहुत लाभदायक है। इसमें मौजूद एंटिऑक्सिडेंट व्यक्ति को स्वस्थ रखते है। ग्रीन टी हो या काली चाय दोनों का ही सेवन बिना दूध और चीनी के करना चाहिए।

• 25 ग्राम अलसी को पीसकर आँटे में गूथकर रोटी बनाएँ। अलसी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करती है।

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